Pok के लोगो को आना है भारत में।
आज की डेट में ना सिर्फ पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर के लोग ये मांग कर रहे है की उन्हें पाकिस्तान से आजादी लेकर भारत के साथ जुड़ना है बल्कि पाकिस्तान के लोग खुद उस दिन को कोस रहे हैं। जिसदिन जिन्ना ने धर्म के नाम पर एक अलग देश बनाने की मांग की थी और भारत से अलग होकर पाकिस्तान बनाया था। हालात इतने बुरे हो गए हैं कि जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर से रिपोर्ट निकल कर आ रही है की पीओके में रहने वाले लोग अपना साजो सामान लेकर बॉर्डर क्रॉस करके भारत के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे हैं। वो बॉर्डर तक आ रहे हैं और इंडियन आर्मी के सोल्जर्स उनको वापस पीछे जाने के लिए कह रहे हैं।
इस तरह के इन्सिडेन्स पिछले दो तीन हफ़्तों से लगातार देखने को मिल रहे हैं। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के साथ फ्लैग मीटिंग करके इसकी कंप्लेंट कर दी है और कहा है की पाकिस्तान आर्मी अपने लोगों को कंट्रोल करे। पाकिस्तान के अंदर हालात क्या है ये तो आपको भी पता है। ऐसे में अब पीओके के लोग भागकर भारत नहीं आए तो क्या करे? इंग्लिश में कहा जाता है की हिस्टरी रिपीट इटसेल्फ यानी इतिहास अपने आपको दोहराता है और पाकिस्तान के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है। डिफेन्स बस ये है की इस बार इतिहास पाकिस्तान बॉर्डर के उस पार दोहराया गया है।
पुलवामा सेम उसी स्टाइल का अटैक अब पाकिस्तान में
साल 2019 में 14 फरवरी के दिन जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के ऊपर एक सुसाइड अटैक हुआ था, जिसमें हमारे 40 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे और कई सारे जवान घायल भी हुए थे। सेम उसी स्टाइल का अटैक अब पाकिस्तान के अंदर भी हुआ है। बलूचिस्तान से जो न्यूस निकल कर आ रही है उसके बाद ये कहना गलत नहीं होगा की बलूचिस्तान की फ्रीडम फाइटर्स को पाकिस्तान के साथ लड़ाई में एक बहुत ही बड़ी जीत मिली है। रेफरेन्स के लिए आपकी स्क्रीन के ऊपर इंडियन एक्सप्रेस के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है, जिसके मुताबिक पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रोविन्स में।
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