कुछ हफ्ते पहले भारत के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने BBC के हेड ऑफिस के ऊपर जो रेड मारी थी, उसे British पार्लियामेंट में बहुत ही बड़ा हंगामा खड़ा हो गया था। वहाँ पर कई सारे ऐन्टी India British यानी भारत विरोधी एमपीएस ब्रिटिश गवर्नमेंट से लगातार ये मांग कर रहे थे कि BBC को डिफेंड किया जाए और ब्रिटिश गवर्नमेंट बीबीसी की रक्षा करे।
क्यू ऋषि सुनक को आना पड़ा था सामने?
मामला इतना ज्यादा तूल पकड़ गया की ऋषि सुनक गवर्नमेंट को खुद ही सामने आकर इसके ऊपर अपनी सफाई पेश करनी पड़ी और एक स्टेटमेंट देनी पड़ी और ब्रिटिश कंवर ने कहा की एक मजबूत लोकतंत्र में मीडिया फ्रीडम और फ्रीडम ऑफ स्पीच होना है बहुत ही ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है।
भारत के साथ इस इश्यू के ऊपर हमारी रचनात्मक तरीके से बात हो रही है, लेकिन हम बीबीसी के साथ खड़े हैं। हम बीबीसी को फंड करते हैं और हम चाहते हैं की बीबीसी को एडिटोरियल फ्रीडम हो या नहीं। बीबीसी जो चाहे उसको छापने की आजादी हो। बीबीसी वर्ल्ड सर्विस बहुत ही ज्यादा जरुरी है और हमें लगता है की प्रेस फ्रीडम लोकतंत्र में बहुत ही ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है। फ्रीडम ही सबसे ज्यादा जरूरी है और हम आजादी की आवश्यकता को दुनिया के बाकी सभी दोस्तों और भारत की सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं। यहाँ तक तो चलो ठीक था, हमें समझ आता है की ऋषि सोना गवर्नमेंट भी इस शिशु को लेकर काफी टाइट स्पॉट पे थी और उनको ये स्टेटमेंट जारी करनी पड़ी।
डॉक्टर अजय शंकर सर ने स्टेटमेंट में क्या जारी किया था?
उसके बाद भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर अजय शंकर सर ने भी एक स्टेटमेंट दे दी और मामला धीरे धीरे सेटल हो रहा था। लेकिन पिछले कल क्या हुआ की ब्रिटेन यानी यूके के सेक्रेटरी फोरेनर फेस यानी यूके के जो विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली जी 20 की मीटिंग अटेंड करने के लिए भारत आए थे, उन्होंने भारत में आने के बाद भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर शंकर सर के साथ एक मीटिंग की और इस मीटिंग में भी उन्होंने बीबीसी के हेड ऑफिस में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रेट्स का मुद्दा उठा लिया।
यानी भारत को इस मुददे के ऊपर घेरने की कोशिश की। मीटिंग में यूके के फॉरेन मिनिस्टर ने डॉक्टर अजय शंकर सर से कहा की बीबीसी को भारत में इन्डिपेन्डेन्ट तरीके से काम करने दिया जाए। ये प्रेस फ्रीडम के लिए बहुत ही इम्पोर्टेन्ट है की बीबीसी जैसी वर्ल्ड न्यूज़ ब्रॉडकास्ट कंपनी के ऊपर इन्कम टैक्स डिपार्ट्मेन्ट की रेट से दबाव न डाला जाये उनको प्रेशराइज ना किया जाये। यहाँ पर साफ तौर पर नजर आ रहा था की यूके के फॉर मिस्टर यहाँ पर पॉइंट स्कोर करने के लिए इस मुददे को उठा रहे थे ताकि ये न्यूज़ हैड्लाइन्स में आये और 2 दिन के बाद जब वो भारत से ब्रिटेन वापस जाएं।
तो वहाँ पर ये बता सकेंगी। उन्होंने भारत सरकार से बीबीसी वाले मुद्दों के ऊपर बात की मगर उनके सामने भारत का कोई आम मिनिस्टर नहीं था, बल्कि फौरन फेस में दशकों का एक्सपिरियंस रखने वाले डॉक्टर अजय शंकर सर थे, जिन्होंने यूके के फॉरन मिनिस्टर को ब्लड अंदाज में बहुत ही कड़क जवाब दे दिया है। रेफरेन्स के लिए आपकी स्क्रीन के ऊपर एनडीटीवी इंडिया के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है, जिसके मुताबिक यूके मिनिस्टर ने जो बीबीसी टैक्स रोका, इश्यू उठाया उसके ऊपर डॉक्टर जयशंकर सर ने बेहद बेबाक और बोल्ड अंदाज मे
अलग इश्यू है। इन्कम टैक्स डिपार्ट्मेन्ट इन्डिपेन्डेन्ट तरीके से काम कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीबीसी इंडिया को जो 480 से रेनसे जाती है, उनकी कुछ पेमेंट्स को बीबीसी इंडिया ने डिस्क्लोस नहीं किया था। यानी ये नहीं बताया था की ये पेमेंट कहाँ से और किस कारण से आयी है और ना ही उन पेमेंट्स के ऊपर कोई टैक्स पे किया गया था। इसके अलावा बीबीसी की डॉक्यूमेंटेशन में कई सारी इन कौन सी चीज़ और भी पाई गई थी। इसके साथ ही जयशंकर सर ने यूके के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को साफ कहा कि भारत का टैक्स डिपार्ट्मेन्ट अपना काम इन्डिपेन्डेन्ट तरीके से कर रहा है और बीबीसी को उनके साथ कॉर्पोरेट करना ही पड़ेगा अगर बीबीसी को भारत में काम करना है तो।
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