जियो पॉलिटिक्स में पहले से कुछ प्रेडिक्ट कर पाना काफी मुश्किल होता है। जो मैंने पैड्स भारत के खिलाफ़ इस्तेमाल किए जाने थे अब वही मैन पैड्स रक्षा के खिलाफ़ इस्तेमाल होंगे। रक्षा के खिलाफ़ जो मैन पैड्स यूज़ होंगे, जिनसे रक्षा के सोल्जर्स के ऊपर यूक्रेन के सोल्जर्स हमला करेंगे, वो मैन पैड्स ऐसे देश से आ रहे हैं जिसको रशिया इस समय डिस्काउंट के ऊपर गेहूं बेच रहा है। क्या ये पूरा एंगल हम इस वीडियो में डिस्कस करेंगे? लेकिन उससे पहले मैंने पेरेंट्स के बारे में आपको थोड़ा बता देता हूँ। मैंने पेरेंट्स का फुल फॉर्म होता है मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम यानी ऐसा ही डिफेन्स सिस्टम इसको एक व्यक्ति आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकता हो जैसे की आप अपनी स्क्रीन के ऊपर देख सकते हैं।
मैन पैड्स को पोर्टेबल सर ऑफिस टू एयर मिसाइल भी कहा जाता है, क्योंकि इन की मदद से ग्राउंड सर ऑफिस यानी जमीन के ऊपर तैनात सोल्जर ऐनी देश के लो हाइट के ऊपर फ्लाई कर रहे हैं। एरिया टार्गेट्स जैसे की फाइटर जेट्स, हेलिकॉप्टर्स और ड्रोन्स को आसानी से निशाना बना सकता है। इनको गाइडेड वेपन्स भी कहा जाता है और ये हथियार दुनिया की 25 देशों की सेना इस समय इस्तेमाल कर रही है। कई बार लो फ्लाइंग ड्रोन्स, हेलिकॉप्टर्स और फाइटर जेट्स मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा दे देते हैं।
उस केस में ये मैन पैड्स बहुत ही मददगार साबित होते हैं। एक मैन पैड इतना लाइट वेट होता है की इसको एक सोल्जर अपने शोल्डर यानी कंधे के ऊपर उठाकर बड़ी आसानी से एक जगह से दूसरी जगह कम समय के अंदर मूव कर सकता है और लोकेशन बदलकर कई सारी मिसाइल फायर कर सकता है। बैन पैड्स की लेंथ पांच से छह फिट तक की होती है और इसके टारगेट डिडक्शन और इंगेजमेंट रेन्ज छे किलोमीटर से लेकर 10 किलोमीटर तक की होती है। कहने का मतलब है की मैंने पैड्स ना ही साइज में पड़े होते हैं और ना इतने कॉस्टली होते हैं। ऐक्टिव ओर ज़ोन और बैटल फील्ड के अंदर इनको कैर्री करना बिना डिटेक्ट हुए इनके साथ लोकेशन्स को चेंज करके एनिमी को टारगेट करना काफ़ी ईज़ी होता है।
यूक्रेन को इस समय मैन पैड्स की सख्त जरूरत है। नाटो देशों के पास जीतने भी रिसोर्सेस थे। वो उन्होंने यूक्रेन को पहले ही दे दिए थे। ऐसे में नाटो देश एक ऐसे देश को ढूंढ रहे थे जिसके पास ज्यादा संख्या में एक ही साथ कई सारे मैन पैड्स मिल जाए ताकि ऑर्डर प्लेस करने, कॉन्ट्रैक्ट साइन करने और फिर उनकी वन बाइ वन डिलिवरी लेने में टाइम वेस्ट ना हो और वो देश निकला है। पाकिस्तान खबर निकल कर आ रही है की अमेरिका और ब्रिटेन ने पाकिस्तान के सामने मैन पैड्स की डिमांड की थी। जिसको पाकिस्तान ने पूरा कर लिया है। रेफरेन्स के लिए आपकी स्क्रीन के ऊपर इन डिफेन्स रिसर्च के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है जिसके मुताबिक पाकिस्तान पोलैंड के रास्ते यूक्रेन को मैंने पेट सप्लाइ कर रहा है। पोलैंड यूक्रेन का पड़ोसी देश है।
आप मैं आपके ऊपर देख सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये मान पैड्स पाकिस्तान से पहले पोलैंड के एअरपोर्ट के ऊपर लैन्ड होंगे और फिर वहाँ से लैड बॉर्डर के जरिये यूक्रेन की मिलिट्री फोर्स को दिए जाएंगे। पाकिस्तान के पास नसा मार्क टू नाम, केमैन पैड्स है जो चाईनीज़ क्यों डब्ल्यू वन मैन पैड्स के ऊपर बेस्ट हैं। इनकी रेंज पांच किलोमीटर तक की है। और ये 600 मीटर सेकंड की स्पीड से फायर करने में सक्षम है। इनमें जो वो रेड है उसका वेट 550 ग्राम तक का है। ऑन पेपर तो ये ऑर्डर पाकिस्तान पोलैंड को दे रहा है, लेकिन ये मैन पैड्स यूक्रेन के हाथ में जाने वाले हैं, इसमें कोई शक नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपनी ऑर्डिनेंस फैक्टरी से अब तक 126 कंटेनर्स में हथियार और लैमिनेशन भरकर यूक्रेन के लिए भेज दिया है, जो कि यूक्रेन के पड़ोसी नाटो देशों में जाकर लैंड हुए थे। ये जो 126 कंटेनर्स अब तक पाकिस्तान भेज चुका है, इसकी पेमेंट यूनाइटेड किंगडम यानी कि ब्रिटेन जर्मनी इन दोनों देशों ने की है।
आप सोचिये की इमरान खान ने रशिया के साथ रिलेशन को मजबूत करने पर काम किया था और उसके बाद जब से शहबाज शरीफ आया है, उन्होंने आकर सब के ऊपर पानी फेर दिया और अब अमेरिका के इशारों पर नाच रहे हैं। बस यही रीज़न है की पाकिस्तान की फॉरेन पॉलिसी पिछले सात दशकों से फेल हो रही है। पाकिस्तान का एक लीडर को क्रिटिसाइज करता है और जब दूसरी सरकार आती है तो वो अमेरिका को जबकि पाकिस्तान आर्मी उसी के साथ चल पड़ती हैi जो उनके सामने पैसे फेंके। फिर वो चाहे अमेरिका हो, चाइना हो या फिर रशिया।