जिंस देश की बागडोर ऐसे लोगों के हाथ में हो जो देश की हाइएस्ट कोर्ट में भी करप्शन के चार्जेस फेस कर रहे हो उस देश को बर्बाद होने से उनका खुदा भी नहीं रोक सकता है हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान की पाकिस्तान की पॉलिटिकल लीडरशिप इस समय
इतनी ज्यादा कन्फ्यूज़ रहेंगी उन्हें पता ही नहीं चल रहा है की आखिरकार उन्हें करना क्या है पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर शहबाज़ शरीफ़ से ना ही पाकिस्तान के अंदर इंटरनल पॉलिटिक्स हो रही है ऐसे से ज्यादा लोन लेने के कारण ना उनसे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिती सुधर पा रही है और इन सबका असर पाकिस्तान की फॉरेन पॉलिसी के ऊपर देखने को मिल रहा है भारत के अंदर एक बहुत ही इम्पोर्टेन्ट मीटिंग होने जा रही थी लेकिन उस मीटिंग से ठीक बारह घंटे पहले पाकिस्तान ने घोषणा की है की वो भारत के अंदर जो भी मीटिंग होने वाली है उसमें हिस्सा नहीं ले सकता है इससे पहले भारत ने पाकिस्तान के लिए पूरे इंतजाम कर लिए थे लेकिन पाकिस्तान ने ऐन मौके के ऊपर चंद घंटों पहले इस मीटिंग का हिस्सा न बनने का फैसला किया है दरअसल इस समय जी ट्वेंटी का प्रेसिडेंट होने के साथ साथ एक और बहुत ही इम्पोर्टेन्ट संगठन है जिसका भारत हिस्सा है एससीओ यानी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन पिछले साल सितंबर महीने में उज्बेकिस्तान ने भारत को ऐसी होगी रोटेटरी प्रेज़िडेन्सी सौंपी थी जिसके बाद ऐसी उद्देश्यों की कई सारी मीटिंग्स को भारत होस्ट कर रहा है इस साल का इश्यू समिट भी भारत में ही होना है जीसको अटेंड करने के लिए
एससीओ देशों के सभी पीएम और प्रेसिडेंट भारत आएँगे और उसको ट्वेंटी ट्वेंटी थ्री समिट इंडिया में ही होगा अब हुआ क्या कि भारत के साथ साथ पाकिस्तान बीएचयू का मेंबर है ऐसे में तो वैसे ही कई सारे ऑब्जरवर्स और डाइलॉग पार्टनर्स कन्ट्रीज है लेकिन फुल मेंबर्स की बात करें तो टोटल आठ देश एसईओ के मेंबर्स है चाइना
इंडिया कजाखस्तान किर्गिस्तान पाकिस्तान रशिया तुझे किस्तान और उज्बेकिस्तान हुआ ये है की एस यू का चेयरमैन होने के नाते भारत को एससीओ देशों के चीफ जस्टिस की एक मीटिंग होस्ट करनी थी जिनको नहीं पता उनको बता दूँ की चीफ जस्टिस किसी भी देश की सुप्रीम कोर्ट का प्रिसाइडिंग मेंबर होता है जीस तरह भारत के चीफ जस्टिस इस समय धनंजय चंद्रचूड़ है सेम उसी तरह एसईओ के ऑटो सदस्य देशों में चीफ जस्टिस होंगे अब प्रेसिडेंट होने के नाते भारत को ये मीटिंग भी होस्ट करनी थी मार्च दस से लेकर मार्च बारह तक यानी ये मीटिंग स्टार्ट होनी थी और दो दिन तक चलेगी एस यू का प्रेसिडेंट होने के नाते भारत ने ऑटो देशों की गवर्नमेंट को इन्विटेशन भेज दिया था और एसयू मेंबर होने के नाते पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को भी आमंत्रित किया गया था सब कुछ ठीक से चल रहा था
सभी एसईओ कन्ट्रीज के चीफ जस्टिस
इस मीटिंग को इन पर्सन यानी खुद ही अटेंड करने के लिए भारत आ चूके हैं पाकिस्तान ने ये कहा की उन के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल भारत तो आ नहीं सकते हैं लेकिन इस मीटिंग को ऑनलाइन वर्चुअल मोड़ से अटेंड कर सकते हैं
ऐसे में भारत ने प्रॉपर अरएन्जमेंट किये हैं और एक स्पेशल स्क्रीन को सेट अप किया ताकि पाकिस्तान के चीफ जस्टिस बाकी देशों के चीफ जस्टिस की बात को सुने भी और जब उनकी बारी आये तो बाकी देशों के चीफ जस्टिस ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के ऊपर उनसे बात भी कर सके और उनकी स्टेटमेंट बाकी सभी सो मेंबर्स को समझाये लेकिन अब खबर निकल कर आ रही है की पिछले कल देर शाम को पाकिस्तान की गवर्नमेंट ने भारत को मैसेज दिया है की पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उम्र था बडियाल भारत द्वारा होस्ट की जा रही है
सो देशों के चीफ जस्टिस एस की मीटिंग को ऑनलाइन वर्चुअल मोड से भी अटेंड नहीं कर पाएंगे यानी ना ही वर्चुअल मोड ना ही इन पर्सन प्रेजेन्ट ये एक तरह से ऐक्चूअली भारत को बॉयकॉट करना ही हुआ पाकिस्तान के इस कदम के बाद
पाकिस्तान एससीओ देशों को एक लौता मेंबर होगा जिसने भारत में हो रही है इस मीटिंग में अपना कोई भी रिप्रजेंटेशन नहीं भेजा है ये मीटिंग आज के दिन भारत में स्टार्ट होने वाली है और लिटरल्ली पाकिस्तान ने बारह पंद्रह घंटा पहले भारत को इन्फॉर्म करके बताया की उनका चीफ जस्टिस इस मीटिंग में नहीं आ सकता है पाकिस्तान की लीडरशिप के पास थ्योरी हो गयी वो कश्मीर के लिए ये सब कर रहे हैं कश्मीर के लोगों के लिए कर रहे हैं पाकिस्तान की शहबाज शरीफ गवर्नमेंट को लग रहा होगा की अगर उनका चीफ जस्टिस भारत जाता है
भारत के साथ मीटिंग करता है तो अगले इलेक्शन्स में उनको वोट नहीं मिलेंगे और ऐसा लगेगा की कश्मीर मुददे के ऊपर पाकिस्तान कॉंप्रमाइज़ कर रहा है इसलिए पाकिस्तान की गवर्नट ने अपने चीफ जस्टिस को भारत ना भेजने का फैसला किया यानी ये हाल है पाकिस्तान का