भारत के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी
किसी भी देश का प्रेज़िडेंट या प्राइम मिनिस्टर जब भी किसी दूसरे देश में जाता है तो उसको वहाँ पर कुछ गिफ्ट मिलते हैं। भारत के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को भी कई सारे गिफ्ट मिलते हैं ऐंड भारत में जब भी किसी देश का प्रेज़िडेंट या प्राइम मिनिस्टर आता है, तो उसको भारत की सरकार भी कुछ गिफ्ट देती हैं।
हालांकि ये बात सच है कि सभी देशों के लीडर्स प्रधानमंत्री मोदी की तरह नहीं होते हैं, जो उनको मिले गिफ्ट्स को डोनेट करते हैं, ऑक्शन करवाकर पैसा डोनेट कर देते हैं या फिर गिफ्ट्स को ट्रेजरी में जमा करवा देते है। आप सोच नहीं सकते की लीडर्स को इन गिफ्ट्स का भी कितना लालच होता है।
पाकिस्तान प्राइम मिनिस्टर इमरान खान
पिछले कुछ महीनों से हम देख रहे हैं की पाकिस्तान के अंदर सिविल वॉर जैसे सिचुएशन पैदा हो गई है, क्योंकि पाकिस्तान के पिछले प्राइम मिनिस्टर इमरान खान कोर्ट में कई सारे केसेस फेस कर रहे हैं।
इनमें सबसे बड़ा केस इमरान खान के ऊपर है। तोषाखाना चोरी का प्राइम मिनिस्टर पद के ऊपर रहते हैं। इमरान खान को विदेशों से कई सारे गिफ्ट मिले थे जिनको इमरान खान ने ना सिर्फ डिस्क्लोस नहीं किया बल्कि घड़ियों के साथ साथ कई सारे गिफ्ट ऐसे थे जिनकों इमरान खान ने रीसेल करवाया और उनसे मिले पैसे खा लिए।
इस इन्सिडन्ट के बाद अब इमरान खान को पाकिस्तान में कई सारे लोग तोषाखाना चोर और घड़ी चोर कहकर चिढ़ा रहे हैं।
अमेरिका के Ex प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प
जब से मैं न्यूस अमेरिका के पिछले प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को लेकर भी निकल कर आ रही है, आपको याद होगा की डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल के दौरान भारत भी आए थे ऐंड पाकिस्तान की फंडिंग रोक कर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ बेहद अच्छे रिलेशन बनाये थे। इसी के चलते प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी और तबके प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने डोनाल्ड ट्रंप का भारत में भेद वॉर्म वेलकम किया था। वॉर्म वेलकम के साथ साथ भारत ने डोनाल्ड ट्रंप और उनकी वाइफ को कुछ गिफ्ट भी दिए थे। क्या गिफ्ट दिए थे और कितने गिफ्ट दिए थे ये हम आगे डिस्कस करेंगे। लेकिन अब खबर निकल कर आ रही है की
जीस तरह से पाकिस्तान में इमरान खान के ऊपर गिफ्ट्स को लेकर केस फाइल हुए हैं। सेम चीज़ अमेरिका के अंदर डॉनल्ड ट्रंप के खिलाफ़ भी होगी। रेफरेन्स के लिए आपके स्क्रीन के ऊपर हिंदुस्तान टाइम्स के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है, जिसके मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप और उनकी फैमिली को भारत सरकार की तरफ से कुल 17 गिफ्ट्स मिले थे, जिनकी टोटल कीमत 41 लेक्स थी। अमेरिका के पिछले प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप ने इन सभी गिफ्ट्स को यूएस गवर्नमेंट के सामने डिस्क्लोस नहीं किया था। दरअसल 2024 इलेक्शन से पहले जो बाइडन ने डॉनल्ड ट्रंप के ऊपर क्रैक्डाउन काफी तेज कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ़ इन्वेस्टिगेशन|
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ़ इन्वेस्टिगेशन: में पता चला है की उनको अमेरिका का प्रेसिडेंट रहते हुए दुनिया के कई सारे देशों से 100 से ज्यादा गिफ्ट मिले थे, जिनकी कीमत टू 50,000 डॉलर्स यानी ₹2,04,00,000 तक की है। 2,04,00,000 में से 41,00,000 के गिफ्ट्स अकेले भारत में दिए थे। भारत की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप और उनकी फैमिली को ताजमहल का रेप्लिका, कफ, लिनक्स, मार्बल, वेज़, ब्लैक मार्बल का एक टेबल, गोल्ड, ब्रेसलेट और कुछ गिफ्ट दिए गए थे। फॉरेन गिफ्ट्स डेकोरेशन फैक्ट ऑफ यू एस के अंतर्गत अमेरिका के प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट और उनकी फैमिली इसको
फॉरेस्ट विज़िट के ऊपर जो भी कॉस्टली गिफ्ट्स मिलते हैं, उनको यूएस स्टेट डिपार्टमेंट को रिपोर्ट किया जाना होता है, जो कि इस केस में डोनल्ड ट्रंप ने नहीं किया था। जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी ने आरोप लगाया है की ये जो गिफ्ट डॉनल्ड ट्रंप को दिए गए थे, इनकी मार्केट वैल्यू बहुत ही ज्यादा है और जो बैटन ऐड्मिनिस्ट्रेशन ये इन्वेस्टिगेट करेंगे की ये जो पूरा केस डॉनल्ड ट्रंप के खिलाफ़ बन रहा है इसमें उनको क्या सजा मिले गी? इस पूरे इंसिडेंट को देखा जाए तो ऐसा लग रहा है की जो बाइडन ऐड्मिनिस्ट्रेशन 2024 के इलेक्शन से पहले डोनाल्ड ट्रंप को बदनाम करने की कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
डोनल्ड ट्रंप की नेट वर्थ
डोनल्ड ट्रंप की नेट वर्थ 24,000 करोड़ रुपये के आसपास है। वो खुद भी लाइनर है ऐंड वो दो ₹4,00,00,000 के गिफ्ट्स चोरी करेंगे, ऐसा विश्वास नहीं होता है। हाँ, नेग्लिजेंस हो सकती है, लापरवाही मान सकते हैं क्योंकि ऐसा कोई कानून नहीं है की यूएस प्रेसिडेंट को मिले गिफ्ट्स अपने साथ नहीं ले जा सकते हैं। लेकिन खैर ऐसे न्यूज़ रिपोर्ट को पढ़ने के बाद हमें अपने प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के ऊपर और भी गर्व होता है। वो आज भी अपने सारे तोहफे डोनेट कर देते हैं।