भारत करेगा बड़ा हमला, अमेरिका को भी अब डर सताने लगा, खुफिया एजेंसी ने पीएम मोदी पर रिपोर्ट जारी की।

भारत करेगा बड़ा हमला, अमेरिका को भी अब डर सताने लगा, खुफिया एजेंसी ने पीएम मोदी पर रिपोर्ट जारी की।

प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी से पहले भारत में ऐसी कोई भी घमंड नहीं आई थी जिसने पाकिस्तान के अंदर घुसकर वहाँ पर सर्जिकल स्ट्राइक भी की और डंके की चोट के ऊपर उसके बारे में दुनिया को भी बताया। ऐसा नहीं है कि भारत की सिक्युरिटी फोर्स के ऊपर पठानकोट या पुलवामा जैसे हमले पहले कभी नहीं हुए थे। भारत तो पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म का कई दशकों पहले से शिकार हैं। भारत के अंदर आतंकी हमले करवाने के लिए पाकिस्तान आर्मी कई दशकों से जिहादी टेररिस्ट ग्रुप्स को पालते आई है। साल 2008 में 2611 मुंबई अटैक का ही उदाहरण ले लेते हैं।

कुछ समय की मनमोहन सिंह सरकार ने मुंबई टैक्स का बदला लेने के लिए कोई भी स्टेप नहीं उठाया था। जबकि 2611 मुंबई हमलों में विदेशों के भी कई सारे नागरिको की जान गई थी। इसलिए अगर उस समय हमने पाकिस्तान के ऊपर मेजर सर्जिकल स्ट्राइक्स की होती तो दुनिया का कोई भी देश भारत के खिलाफ़ बिल्कुल भी आवाज नहीं उठाता। हमारे पास तो पाकिस्तान से आए आतंकियों का एक जिंदा सबूत भी था लेकिन उसके बावजूद मिलिट्री एक्शन बिल्कुल नहीं लिया गया। मगर साल 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद सुरक्षा से समझौता भारतीय सरकार ने आज तक बिल्कुल नहीं किया है।

और आतंकवाद के खिलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई है। पाकिस्तान की तरफ से जब भी भारत में बड़े आतंकी हमले हुए, भारत ने उसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक के साथ दिया और ये चीज़ नरेंद्र मोदी को पिछले सभी भारतीय प्राइम मिनिस्टर से अलग बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी के इसी एटिट्यूड और कार्यशैली के ऊपर अमेरिका की डिफेन्स इन्टेलिजेन्स ने यूएस कांग्रेस को एक रिपोर्ट सबमिट की है। दरअसल, अमेरिका के ऑफिस ऑफ डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस ने एक ऐन्युअल थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत और भारत के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के बारे में कुछ दावे किए गए।

और आतंकवाद के खिलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई है। पाकिस्तान की तरफ से जब भी भारत में बड़े आतंकी हमले हुए, भारत ने उसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक के साथ दिया और ये चीज़ नरेंद्र मोदी को पिछले सभी भारतीय प्राइम मिनिस्टर से अलग बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी के इसी एटिट्यूड और कार्यशैली के ऊपर अमेरिका की डिफेन्स इन्टेलिजेन्स ने यूएस कांग्रेस को एक रिपोर्ट सबमिट की है। दरअसल, अमेरिका के ऑफिस ऑफ डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस ने एक ऐन्युअल थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत और भारत के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के बारे में कुछ दावे किए गए।

रिफरेन्स के लिए आपकी स्क्रीन के ऊपर जी न्यूज़ के पिछले कल 9 मार्च के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है जिसके मुताबिक यूएस इंटेलिजेंस एजेंसी ने अपनी ऐन्युअल थ्रेड असेसमेंट रिपोर्ट में ये दावा किया है की अगर पाकिस्तान ने भारत को थोड़ा भी प्रयोग किया यानी भारत को उकसाने की कोशिश की तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत पाकिस्तान के खिलाफ़ एक मिलिट्री एक्शन ले लेगा। अब ये रिपोर्ट इम्पोर्टेन्ट इसलिए भी हो जाती है क्योंकि अगले साल 2024 में भारत में जनरल इलेक्शन होने हैं। इसलिए इस रिपोर्ट को उनके साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है।

अमेरिका की इन्टेलिजेन्स एजेंसी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है की पाकिस्तान का ऐन्टी इंडिया में ग्रुप्स का समर्थन करने का एक बहुत ही लंबा इतिहास है। पाकिस्तान काफी लंबे समय से भारत विरोधी उग्रवादी ताकतों को समर्थन देते आया है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अगर पाकिस्तान ने भारत को सच में उकसाने की कोशिश की, भारत के अंदर कोई आतंकी हमला किया या भारत को महसूस हुआ कि पाकिस्तान भारत को उकसा रहा है या फिर भारत में वे किसी भी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है तो फिर उस केस में

इस बात की संभावना पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा हो गई है कि भारत उसका जवाब मिलिट्री फोर्स का इस्तेमाल करके मिलिट्री एक्शन ले कर ही देगा। अमेरिका इन्टेलिजेन्स ने इसके साथ ये भी कहा हैं की बढ़े हुए तनाव के बारे में भारत और पाकिस्तान दोनों पक्षों को जो ऐटिट्यूड है। दोनों पक्षों की जो धारणा है उसके कारण कश्मीर में कॉन्फिडेंट रिस्क पहले से काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं। ऐसे में कश्मीर के अंदर कोई भी एक छोटी सी आतंकी घटना या कोई मिल टैंक एक पोटेंशिअल फ्लैश पॉइन्ट के रूप में काम कर सकता है। जिसके बाद भारत पाकिस्तान के ऊपर

रिएक्शन ले ले। आसान भाषा में आपको समझाऊ तो अमेरिका की इन्टेलिजेन्स एजेंसी ने दावा किया है की अगर पाकिस्तान ने भारत के अंदर एक छोटा सा भी आतंकी हमला करवाया, कोई मिल टैग करवाया, भारत को थोड़ा सा भी उकसाया, कश्मीर में अशांति फैलाने की कोशिश की। ये सब पाकिस्तानी सच में किया हो या फिर भारत को बस महसूस हुआ होगी, इसके पीछे पाकिस्तान है तो फिर उस केस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार पाकिस्तान को माफ़ बिल्कुल नहीं करेंगे और उसका जवाब एक बहुत ही बड़ी सैन्य कार्रवाई से दिया जाएगा। यानी अमेरिका ने इन डाइरेक्टली ये कह दिया है की

भारत पाकिस्तान के ऊपर सैनिक कार्रवाई करने का बस एक मौका ढूंढ रहा है और अगर वो मिला तो पाकिस्तान की कोई खैर नहीं। अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी का कहना है की भारत की तरफ से सैन्य कार्रवाई करने के पहले चान्सेस कम थे लेकिन अब पहले से ज्यादा हो चूके हैं। इसके साथ ही अमेरिका की इन्टेलिजेन्स एजेंसी ने भारत और पाकिस्तान के क्राइसिस के ऊपर चिंता भी जताई है, क्योंकि दोनों ही न्यूक्लियर पावर कन्ट्रीज है। खैर, आपको का लगता है की क्या रशिया की तरह भारत को भी पीओके वापस लेने के लिए कोई मिलिट्री ऑपरेशन करना चाहिए? हाँ या फिर ना नीचे कमेंट करके अपनी राय जरूर बताएं।

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