जैसा कि मैंने आपको बताया था मई महीने में भारत में एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों की एक मीटिंग होनी है भारत की उनकी इस साल के लिए एसयू का प्रेज़िडेंट है इसलिए हमें ये मीटिंग होस्ट करनी है इस मीटिंग के लिए भारत में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को ऑलरेडी इन्विटेशन भेज दिया है
मगर पाकिस्तान की गवर्नमेंट इस समय एक टाइट स्पॉट के ऊपर आकर फंस गई है एक तरफ पाकिस्तान सरकार ने अपने देश की अवाम से कहा है की जब तक भारत आर्टिकल तीन सौ सत्तर और पैंतीस ए को जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से लागू नहीं करता तब तक दोनों देशों के रिश्ते बहाल नहीं होंगे और दूसरी तरफ भारत में एससीओ की मीटिंग होने जा रही है पाकिस्तान में जनरल एक्शन्स भी आने वाले हैं इस साल के एंड तक होते हैं या फिर अगले साल ये तो पता नहीं लेकिन इलेक्शन्स होने हैं और इमरान खान जोरों शोरों से मांग कर रहे हैं कि पाकिस्तान में जल्दी से जल्दी इलेक्शन्स करवाया जाए शाहबाज शरीफ की गवर्नमेंट के लिए मसला ये खड़ा हो गया है की अगर वो पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्टर बिलावल भुट्टो जरदारी को भारत भेजते हैं तो उसका पूरी दुनिया में मजाक बन जाएगा क्योंकि पाकिस्तान ने डंके की चोट के ऊपर भारत के साथ ट्रेड बंद करके
आर्टिकल तीन सौ सत्तर दोबारा लागू करने के लिए कहा था और दूसरा तो इमरान खान उनको टारगेट करेगा की ये सरकार भारत के साथ भी मिल गई है वहीं दूसरी तरफ रशिया और चाइना दोनों चाहेंगे की असों एक यूनाइटेड मंच लगे और भारत में जो भी मीटिंग जो उसमें सभी देश प्रेज़ेंट रहे हैं पाकिस्तान दोनों तरफ से फंस गया है ऐसे में शहबाज शरीफ गवर्नमेंट ने अब एक साल पहले के मुददे को लेकर एक फेकन घर बनाने की कोशीश शुरू कर दी है ताकि भारत ना आने का उनको बहाना मिल सके आपको याद होगा पिछले साल मार्च महीने में भारत के अंबाला से एक ब्रह्मोस मिसाइल मिस फायर हो कर पाकिस्तान के अंदर जा गिरी थी जिसकों पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम तक उस समय डिडक्ट नहीं कर पाया था भारत ने उस इन्सिडेंट की प्रॉपर इन्वेस्टिगेशन करके इस ऐक्सिडेंट के लिए रिस्पॉन्सिबल तीन ऑफिसर्स को सर्विस से सीधा टर्मिनेट ही कर दिया था
जिनमें एक कमांडिंग ऑफिसर भी थे अब पाकिस्तान ने एक साल के बाद अचानक से इन्वेस्टिगेशन का मुद्दा एक बार फिर से उठाना शुरू कर दिया है रेफरेन्स के लिए आपकी स्क्रीन के ऊपर इंडिया टुडे के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है जिसके मुताबिक पाकिस्तान ने भारत से ब्रह्मोस मिसाइल मिस फायर होने के इन्सिडेंट में जॉइंट इन्वेस्टिगेशन की मांग एक बार फिर से रखी है पाकिस्तान ने कहा है की भारत में तो इन्वेस्टिगेशन पूरी कर दी है
लेकिन जो इन्वेस्टिगेशन की फाइंडिंग थी उसको पाकिस्तान के साथ शेर नहीं किया गया है अब क्योंकि ये मिसाइल पाकिस्तान की टेरिटरी में जा गिरी थी इसलिए भारत को पाकिस्तान के साथ या तो इन्वेस्टिगेशन की रिपोर्ट साझा करनी चाहिए या तो पाकिस्तान की टीम को भारत आने देकर एक जॉइंट इन्वेस्टिगेशन करनी चाहिए ताकि पाकिस्तान को यह संतुष्टि हो सके की ये इन्सिडेंट एक ऐक्सिडेंट ही था ना कि जानबूझकर किया गया था पाकिस्तान ने आगे कहा है की भारत में अकेले इस इंटरनल इन्क्वाइरी को क्लोज़ कर दिया है जिससे पाकिस्तान बिल्कुल भी सैटिस्फाइड नहीं है क्योंकि एक बहुत ही सीरियस मैटर है
जिसमें स्ट्रैटिजिक नुक्लेअर वेपन्स की सेफ्टी का सवाल है यानी पाकिस्तान भारत को सिखाएगा की हमें अपनी ब्रह्मोस मिसाइल कैसे सेफ रखनी है भारत में तो ब्रह्मोस मिसाइल वाले इन्सिडेंट में इन्वेस्टिगेशन छे महीने से भी कम समय के अंदर खत्म कर दी थी जबकि पाकिस्तान ने आज भी पंद्रह सालों के बाद छब्बीस ग्यारह हमलों के दोषियों को सजा बिल्कुल नहीं दी है जबकि छब्बीस ग्यारह मुंबई हमले में तो एक सौ सत्तर से ज्यादा लोगों की जान गई थी भारत ने इससे पहले जो पाकिस्तान के साथ जॉइंट इन्वेस्टिगेशन शुरू की है पाकिस्तान पहले उनका जवाब दे दे ऐड ये पूरा सीन आरईओ ऐसा लग रहा है कि मई महीने में होने वाली एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग में ना आने के लिए पाकिस्तान पहले से ही ग्राउंड्स तैयार कर रहा है ताकि कल को ये बोल सके कि भारत पाकिस्तान के साथ कॉर्पोरेट नहीं कर रहा है इसलिए पाकिस्तान अपने विदेश मंत्री को भारत नहीं भेज रहा